फरलो पर बाहर आकर चौटाला करेंगे मायावती से मुलाकात, अभय बोले-गठबंधन बरकरार
- बसपा ने इनेलो गठबंधन तोड़ने के दिए संकेत, कहा चौटाला परिवार एक नहीं हुआ तो भाजपा को होगा फायदा
चंडीगढ़. हरियाणा में इनेलो और बसपा गठबंधन टूटने की कगार पर पहुंच गया है। बसपा ने इसके संकेत दे दिए हैं। इसके चलते चंडीगढ़ में इंडियन नेशनल लोकदल की चंडीगढ़ के जाट भवन में बैठक हुई। बैठक के बाद अभय चौटाला ने कहा कि उनका गठबंधन बरकरार है। बहन मायावती ने महज यह बयान दिया है कि चौटाला परिवार को एक हो जाना चाहिए। उन्होंने गठबंधन तोड़ने की कोई बात नहीं की। वहीं, चर्चा यह भी है कि गठबंधन को बचाने के लिए ओमप्रकाश चौटाला फरलो पर बाहर आकर मायावती से बात कर सकते हैं।
शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा काट रहे हैं ओमप्रकाश चौटाला
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शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा काट रहे ओमप्रकाश चौटाला की फरलो मंजूर हो चुकी है, लेकिन वे बाहर नहीं आए हैं। जींद उपचुनाव में इनेलो-बसपा उम्मीदवार उमेद रेढू की हार के बाद गठबंधन में दरार आई है। पहले दिल्ली और फिर रोहतक में हुई बसपा की बैठक में साफ-साफ संदेश दिया गया है कि चौटाला परिवार को एक हो जाना चाहिए। तभी गठबंधन जारी रखा जा सकता है।
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मंगलवार को बसपा प्रभारी डॉ. मेघराज ने भी साफ-साफ कहा था कि पिछले चुनावों में उमेद रेढू अकेले चुनाव लड़कर भी खासी वोट लेते आए हैं, लेकिन इस चुनाव में गठबंधन होने के बावजूद भी वे जमानत नहीं बचा पाए। ऐसे में भाजपा फायदा उठा गई और उनका उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा चुनाव जीत गया।
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फरलो 14 दिन से अधिक नहीं दी जा सकती
फरलो सजायाफ्ता कैदियों के मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए दी जाती है। ताकि कैदी समाज से संबंध जोड़े रखे। कैदी को 5 साल या अधिक सजा सुनाए जाने के बाद कम से कम 3 साल जेल में सजा काटना जरूरी है। साल में सात हफ्ते का फरलो देने का प्रावधान है। फरलो की अवधि 14 दिनों से अधिक नहीं हो सकती है। इसके लिए सजायाफ्ता कैदी का आचरण सही होना चाहिए। गृह विभाग फरलो को मंजूरी देता है।