ईसाई-मुस्लिम धर्मगुरुओं ने की आस्था की आजादी की अपील, पोप ने कहा- ऊपर वाले के नाम पर हिंसा उचित नहीं
वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला Updated Wed, 06 Feb 2019 12:42 AM IST
पोप फ्रांसिस (फाइल फोटो)
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जिस समय घोषणा पत्र साइन हो रहा था उस समय ईसाई, इस्लाम, यहूदी और दूसरे धर्मों को मानने वाले लोग भी मौजूद थे। शेख अहमद सुन्नी इस्लाम के एक प्रतिष्ठित पद पर हैं। दोनों धार्मिक नेता हाथों में हाथ डाले जब जनता के बीच आए तो लोगों ने तालियों के साथ उनका स्वागत किया।
हिंसा के सभी रूपों की हो बेहिचक निंदा : पोप