बच्चे इंटरनेट पर क्या देख रहे हैं, 60% अभिभावक इसकी निगरानी नहीं करते
- ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर 26 हजार से ज्यादा लोगों के नजरिये और व्यवहार का अध्ययन किया गया
- 31% लोगों को याद नहीं कब बदला था सोशल मीडिया अकाउंट-ईमेल का पासवर्ड
नई दिल्ली. सेफर इंटरनेट डे के मौके पर जारी एक सर्वे में सामने आया है कि भारत में 60 फीसदी अभिभावक यह निगरानी नहीं करते कि बच्चे इंटरनेट पर क्या देख रहे हैं। ओएलएक्स कंपनी ने इस संंबंध में मंगलवार को एक सर्वे जारी किया। कंपनी ने इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले 26 हजार से ज्यादा लोगों से पूछे गए सवालों के आधार पर सर्वे जारी किया।
शर्तें और नियम नजरंदाज करते हैं 67% लोग
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ओएलएक्स कंपनी का "2019 इंटरनेट बिहैवियर सर्वे' ऑनलाइन और आम सुरक्षा के बारे में लोगों के नजरिये और व्यवहार पर आधारित है। इसका मकसद जागरूकता बढ़ाना और बेहतर इंटरनेट इकोसिस्टम बनाना है।
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सर्वे के मुताबिक, इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले ज्यादातर लोग व्यक्तिगत जीवन में साइबर सिक्योरिटी के तौर-तरीकों को नजरंदाज कर देते हैं।
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57% लोगों ने माना कि वे अपनी ई-मेल आईडी और ऑनलाइन खातों को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं।
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67% लोगों ने बताया कि वेबसाइट पर साइनअप करते हुए या किसी प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते समय उन्होंने नियमों-शर्तों और लीगल गाइडलाइंस को स्किप कर दिया।
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सर्वे में शामिल 54% लोगों ने कहा कि उन्होंने 6 माह से ज्यादा समय से अपने सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड नहीं बदले, 31% को याद ही नहीं कि उन्होंने अपना पासवर्ड कब बदला था।
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56% लोगों ने प्रोफेशनल और सोशल मीडिया प्रोफाइल पर मोबाइल नंबर शेयर किया। 68% ने कहा कि उन्होंने बैंक खाते, सोशल मीडिया अकाउंट, लैपटॉप-फोन के लिए ओटीपी या पासवर्ड कभी शेयर नहीं किया।